लागी रे सांई लगन तेरे नाम की Laagi re Sai Lagan Tere Naam Ki
लागी रे सांई लगन तेरे नाम की, लागी रे सांई लगन तेरे नाम की ।
लागी थी लगन जैसे, लागी थी लगन जैसे, मीरा जी को श्याम की ॥
लागी थी, लागी थी, लागी थी, लागी रे सांई लगन तेरे नाम की ॥
ऐसी लगन लगी कि अब तो होश रही न बाकी,
बन गई सांई तेरे नाम प्यालों की मैं साकी,
रहती तलब है अब, मस्ती के जाम की ।
लागी रे सांई लगन तेरे नाम की…
राम रहीम तुम्ही हो बाबा तुम हो कृष्ण मुरारी,
तुम हो ब्रह्मा तुम हो विष्णु तुम हो शिव वरदानी,
तुम बिन मेरे सांई जी, तुम बिन मेरे सांई जी, दुनिया किस काम की ।
लागी थी, लागी थी, लागी थी, लागी रे सांई लगन तेरे नाम की ॥
महिमा लिखे संदीप तेरी ज्योति सुल्ताना गाये,
जो तेरे दर आये बाबा, झोली भर ले जाये,
करूं क्या सिफ़त तेरे, करूं क्या सिफ़त तेरे, शिरडी के धाम की ।
लागी थी, लागी थी, लागी थी, लागी रे सांई लगन तेरे नाम की ॥